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नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप 4 वर्षीय पाठ्यक्रमों, अप्रेंटिसशिप और अनुसंधान को दी गई प्राथमिकता

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कानपुर, 29 मार्च 2025 — छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर की कार्यपरिषद की बैठक आज माननीय कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और प्रशासनिक विकास से जुड़े कई अहम निर्णय सर्वसम्मति से पारित किए गए।

बैठक में निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर सहमति बनी:

🔸 ऑनलाइन पोर्टल आधारित प्रवेश और मूल्यांकन प्रक्रिया की स्वीकृति
विश्वविद्यालय द्वारा 43 से अधिक संबद्ध कॉलेजों में लेफ्ट पोर्टल आधारित प्रवेश प्रणाली और डिजिटल मूल्यांकन प्रणाली पहले ही लागू की जा चुकी है। कार्यपरिषद ने इस प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी रूप से लागू करने हेतु सहमति दी।

🔸 FYUP और AEDP पाठ्यक्रमों को मिली मंजूरी
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत चार वर्षीय अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम (FYUP) और अप्रेंटिसशिप एम्बेडेड डिग्री प्रोग्राम (AEDP) को 2025-26 सत्र से लागू करने की स्वीकृति दी गई।

🔸 AI आधारित व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की शुरुआत
BBA, B.Sc., B.Com जैसे पारंपरिक पाठ्यक्रमों के साथ तीन क्रेडिट के AI for Business, AI for Arts & Humanities, AI for Science जैसे आधुनिक विषयों को जोड़ा जाएगा।

🔸 मिनी स्मार्ट लेक्चर स्टूडियो की स्थापना
विश्वविद्यालय में प्रत्येक संकाय में 25% छात्रों के लिए स्मार्ट रिकॉर्डिंग स्टूडियो विकसित किए जाएंगे, जिससे डिजिटल शिक्षण को बढ़ावा मिलेगा।

🔸 गेस्ट टीचर्स की नियुक्ति के लिए UGC मानकों के अनुरूप पात्रता निर्धारण
गेस्ट टीचर्स की अधिकतम आयु सीमा 35 वर्ष तय की गई है। चयन प्रक्रिया में “Guest Teacher Candidate Scorecard” के आधार पर नियुक्ति होगी।

🔸 सेंटर ऑफ वेलबीइंग और क्लिनिकल साइकोलॉजी विभाग के लिए बजट अनुमोदन
नई योजनाओं के अंतर्गत क्लिनिकल साइकोलॉजी विभाग तथा सेंटर फॉर वेलबीइंग की स्थापना हेतु बजट स्वीकृत किया गया।

🔸 राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में सहभागिता हेतु विशेष प्रावधान
QS रैंकिंग, NIRF और अन्य प्रमुख प्लेटफार्मों पर सहभागिता के लिए Guest Research Projects हेतु 2 लाख से 5 लाख तक के फंडिंग प्रस्ताव की स्वीकृति दी गई।

🔸 मानव संसाधन प्रशिक्षण एवं रिसर्च के लिए विशेष पैकेज
CV Raman Research Scheme के तहत मिनी व मेजर प्रोजेक्ट्स के लिए विशेष फंडिंग अनुमोदित की गई।

बैठक के अंत में कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार यादव ने सभी माननीय सदस्यों, न्यायमूर्ति श्री हरिकृष्ण दीक्षित, प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी, डॉ. दिनेश पालवाल, प्रो. मयूरी लाल, प्रो. ज्योति सिंह, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी श्री अशोक कुमार त्रिपाठी और परीक्षा नियंत्रक श्री राकेश कुमार को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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