CSJMU, News

सीएसजेएमयू में PFET-2025 इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन, फार्मेसी नवाचार पर हुआ मंथन

शेयर करें

कानपुर, 8 मार्च 2025। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर के स्कूल ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेस द्वारा आज अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन PFET-2025 का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन का विषय था “फार्मास्युटिकल फ्रंटियर्स: भविष्य के रुझानों और प्रौद्योगिकियों की खोज – स्वास्थ्य सेवा के नए युग के लिए फार्मास्युटिकल नवाचार।” कार्यक्रम कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन में हाइब्रिड मोड (ऑनलाइन और ऑफलाइन) में संपन्न हुआ।

सम्मेलन का उद्घाटन कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक, कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार यादव, निदेशक डॉ. शशि किरण मिश्रा और डॉ. अजय गुप्ता द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। फार्मेसी क्षेत्र से जुड़े देश-विदेश के विशेषज्ञों, शोधार्थियों और शिक्षाविदों ने इस सम्मेलन में भाग लिया।

सहायक आचार्य डॉ. अनुप्रिया कपूर ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह सम्मेलन सभी प्रतिभागियों को शोध और नवाचार की नई दिशा प्रदान करेगा। निदेशक डॉ. शशि किरण मिश्रा ने बताया कि सम्मेलन में 150 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए हैं। उन्होंने जोर दिया कि सेमिनार और वर्कशॉप जैसे आयोजन ज्ञान और विचारों के आदान-प्रदान के लिए बेहद जरूरी हैं।

कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार यादव ने कहा कि आज के दौर में तकनीक का तेजी से विकास हो रहा है और फार्मेसी क्षेत्र में भी इसका व्यापक उपयोग जरूरी है। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग जैसे टूल्स को फार्मेसी से जोड़ने की आवश्यकता बताई।

कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि फार्मेसी रिसर्च में प्रतिस्पर्धा जरूरी है। हमारे पास योग्य शोधकर्ता और संसाधन मौजूद हैं, जरूरत है उन्हें नवाचार और रिसर्च में परिणाम तक पहुंचाने की। उन्होंने पेटेंट फाइलिंग, प्रोडक्ट डेवलपमेंट और ट्रांसलेशनल रिसर्च की दिशा में काम करने पर बल दिया।

अंतरराष्ट्रीय सहभागिता की बात करें तो अमेरिका (विल्सन) से डॉ. अभय सिंह चौहान ने डेंड्रिमर्स, नैनोमटेरियल्स और उनके व्यावसायीकरण पर चर्चा की। इटावा से डॉ. कमला पाठक ने फार्मेसी में 3डी प्रिंटिंग पर व्याख्यान दिया। डॉ. आलोक मुखर्जी ने औषधीय पौधों की खेती और भारतीय चिकित्सा प्रणाली पर बात की, जबकि मालदीव से डॉ. मोनिका अरोड़ा ने पर्सनलाइज्ड मेडिसिन पर अपने विचार साझा किए।

सम्मेलन में डॉ. निशा शर्मा, डॉ. अजय कुमार, डॉ. मीनाक्षी गुप्ता, डॉ. पी. सी. गुप्ता, डॉ. ए. राजेंद्र, डॉ. कल्पना, डॉ. प्रतिमा कटियार, डॉ. पल्लवी तिवारी, डॉ. ममता तिवारी, डॉ. ज्योति नंदा, डॉ. स्वर्णाक्षी, डॉ. अंजू सिंह, डॉ. अमृता, डॉ. अजय कुमार सिंह, डॉ. श्वेता सिंह सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *